आज उड़नतश्तरी जी घर पर ..
रामभरोसे की प्रति दी थी सप्रेम , आग्रह किया था कि कभी पधारकर हमारे ब्लाग को भी संवार दें ..
व्यस्त जिंदगी में , सब कुछ है हम सब के पास , समय को छोड़कर . पर आज समीर लाल जी पधारे , और उनके हाथ लगने से यह ब्लाग भी कुछ बढ़िया सा लग तो रहा है , तो प्रस्तुत है यह टेस्ट पोस्ट ..साभार समीर जी के प्रति ...
आपका ब्लॉग बहुत बढ़िया लगने लगा है . समीर जी आपके यहाँ पधारे जानकर बहुत हर्ष हुआ . वे बेशक ब्लागरो के लिए हमेशा सहयोगी ही साबित हुए है.
ReplyDeleteमहेंद्र मिश्र
जबलपुर.
sameer ji ki upasthiti preranashrot ki tarah kam karta hai ....
ReplyDeletearsh
विवेक जी क्या हम पूर्व परिचित हैं ?
ReplyDeleteblog achcha lag raha hai....sameer ji..weldone
ReplyDeleteSameer jee aur aap ki mehnat se Blog chamakne laga hai -- Badhaai !!
ReplyDeleteबधाई, लिखे रहो भाई!
ReplyDeleteअच्छा लगा, और भी ब्लागर आपके दरवाजे पर दस्तक दे। ऐसी कामना है।
ReplyDeleteआपके यहाँ आकर मुझे अत्याधिक प्रसन्नता हुई. पिता जी से मिलने का सौभाग्य मिला. भाभी जी द्वारा बनाये गये व्यंजनों का स्वाद तो हमेशा याद रहेगा ही.
ReplyDeleteआभार.
बहुत अच्छा लगा विवेक जी , आप हम सभी को समीर भाई का सहयोग मिल रहा है.
ReplyDelete- विजय
समीर जी तो सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है ।
ReplyDeleteउड़न तश्तरी जी ने तो ब्लॉग को दूसरे ग्रह जैसा अद्भुत बना दिया है...धन्य हैं वो...
ReplyDeleteनीरज
बहुत बढ़िया विवेकजी, अब सचमुच फ़र्क पैदा हो गया। उड़नतश्तरी का आपके घर पर हमारी तरफ़ से भी स्वागत है।
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